जय किसान

जय किसान

- चन्द्रदेव महतो
नेपाल देशके कहत कृषि प्रधान
सबके खाना देत किसान
मेहनत और लगानी करत किसान
सस्तामे बेचत नीक सामान
किसानके नै रहत जान
जागु जागु किसान..........(१)

भोर दुपहर और साम
किसान खुब कारत काम
किसानके जिन्दगीमे नै छै आराम
साक्षीमे कहत भगवान भगवान
जागु जागु किसान............(२)

किसानके आम्दानी फलफूल,मकै,गहुँ आ धान
सबकोई खाक पालै अपन जान
किसानके सब देखाबै शान
किसानके होईछै अपमान
जागु जागु किसान............(३)

हिमालमे हिउँ
पहाडमे पशुपक्षी, फलफूल आ मकै
तराईमे धान,दाल आ तरकारी
किसानके नाममे योजना सरकारी
व्यवहारमे किसानके बुझै भिखारी
जागु जागु किसान................(४)

भाषण आ संविधानमे किसान मेरुदण्ड
कृषि योजना होईछै फिर्ता आ भंग
किसान होईछै तंग तंग
जागु जागु किसान..........(५)

यो खबर पढेर तपाईलाई कस्तो महसुस भयो ?

Loading spinner

तपाईको प्रतिक्रिया लेख्नुहोस्